Haryana News: ड्यूटी पर तैनात शिक्षक ने जहर खाकर दी जान, स्कूल स्टाफ पर लगाए गंभीर आरोप

Haryana News: हरियाणा के नूंह जिले के तावडू उपमंडल के गांव खोड़ी खुर्द के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। यहां जेबीटी शिक्षक जयपाल यादव (48) ने स्कूल ड्यूटी के दौरान ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि जयपाल काफी समय से स्कूल स्टाफ और अन्य शिक्षकों से परेशान थे। उन्होंने मरने से पहले आठ पन्नों का सुसाइड नोट लिखा जिसमें उन्होंने साथी शिक्षकों और जांच टीम के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने जयपाल का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
विवाद और मानसिक प्रताड़ना की कहानी
डीएसपी नूंह अजय सिंह के अनुसार जयपाल यादव मूल रूप से रेवाड़ी के माजरा गांव के रहने वाले थे और खोड़ी खुर्द के सरकारी स्कूल में जेबीटी शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। स्कूल परिसर में पेड़ों की कटाई और व्यवस्थाओं को लेकर उनका अन्य शिक्षकों के साथ काफी समय से विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे। शनिवार दोपहर अचानक स्कूल से सूचना मिली कि जयपाल ने ज़हर खा लिया है। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सुसाइड नोट में शिक्षकों पर लगाए गंभीर आरोप
मरने से पहले जयपाल ने आठ पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें उन्होंने लिखा कि वे स्कूल की गड़बड़ियों को सुधारने की कोशिश कर रहे थे लेकिन बार-बार उन्हें ही दूसरे स्कूल में ट्रांसफर किया जाता रहा। उन्होंने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को भी शिकायतें दीं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नोट में जयपाल ने बताया कि जांच के लिए आए एक शिक्षक ने उन्हें धमकी दी जबकि स्कूल स्टाफ ने उनके साथ गाली-गलौच और मारपीट की। विरोध करने पर वीडियो बनाने की धमकी भी दी गई। सुसाइड नोट में जयपाल ने स्पष्ट रूप से स्कूल की प्रधानाचार्य सुमन शर्मा, महेन्द्र पीटीआई शर्मा, जितेन्द्र दलाल और रमेश गेरा के नाम लिखकर उन पर झूठे आरोपों में फंसाने और बदनाम करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस नोट के आधार पर गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
शिक्षा विभाग और प्रशासन पर भी उठे सवाल
इस घटना ने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जयपाल की पहले की शिकायतों पर अगर समय रहते कार्रवाई की जाती तो शायद आज यह दुखद घटना न होती। पीड़ित परिवार ने एसपी राजेश कुमार से मुलाकात कर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों की जांच कर संबंधितों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने पूरे जिले में शिक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है।